प्रकृति का सौंदर्य-

सौंदर्य सृष्टि का एक अभिन्न अंग हैं । प्रकृति स्वयं में सौंदर्य का अक्षय निधि है । प्रकृति को देख कर सृष्टि के सारे प्राणी प्रफूल्लित होकर नाचते गाते रहते हैं । मोर का नाचना, कोयल का कुहकना प्रकृति के प्रति अनुराग को ही दर्शाता है । हरे-भरे खेत खलिहान देख कर किसान का मन नाचने लगते है, मंद सुगंध से सुवासित रंग-बिरंगे फूल को देख कर तितलियां मंडराने लगती है, भवरे मधुपान करने आतुर हो जाता है वहीं मनुष्य भी इस मादकता के आगोस में समा जाता है । प्रकृति स्वयं में सुंदर है ही और अपने सहचर्ययों को भी सुंदर बनाने में प्रथम सहयोगी की रूप में सदैव प्रस्तुत रहती है । प्रकृति से जुड़ रहने पर सौंदर्य नैसर्गिक रूप से प्राप्त होता है ।
मानव का सौंदर्य के प्रति अनुराग-

मनुष्य अपने सौंदर्य के प्रति सचेत एवं जागरूरक रहता है । अपने सौंदर्य को निखारने के लाखों प्रयास करते रहते हैं । सौंदर्य व्यक्ति चेहरों एवं बालों पर ही विशेष रूप से निर्भर होता है । जहॉं सौंदर्य देखने में आकर्षक होता है, मनभावन होता है, वहीं व्यक्तित्व को भी प्रदर्शित करता है । मनुष्य अपने नख से शीख तक हर अंगों को खूबसूरत बनाने सदैव प्रयास रत रहते हैं । रूप निखारने, सौंदर्य को सौंदर्य प्रदान करने में हमारे सिर के केशों कीमहत्वपूर्ण भूमिका है । अपने बालों को सँवारने, उनके देख-रेख के लिये महिलाओं के साथ-साथ पुरूष भी ललायित रहते हैं ।
बालों की समस्याएं-

बालों का असमय सफेद होना एवं बालों का झड़ना लोगों के लिये आज एक चिंता का कारण बन गया है । बालों का बदरंग होना, डेंड्रप, जुँए की परेशानी बालों का बिमारी है । इसी चिंता को ध्यान में रखते हुय हम ऐसे तरीकों का खोज करते रहते हैं जो ज्यादा प्रभावी, ज्यादा विश्वसनिय और सहज उपलब्ध हो । प्रकृति से अधिक प्रभावी, विश्वसनीय और सहज उपलब्ध भला और कहां होगा ? इसलिये हमें उन प्राकृतिक उपायों को देखते हैं जिससे बाल काले, लंबे एवं घने होते हैं-
बालोें की समस्या के लिये प्राकृतिक उपचार-

- तुलसी पत्ती, भृंगराज पत्ती एवं आँवला का लेप-इन तीनों को अच्छे से पीस कर लेप बना लें, इस लेप को अपने बालों पर लगायें, इससे बाल का झड़ना एकदम से रूक जाता है । इसके साथ-साथ बाल काले एवं घने भी होते हैं ।
- गुडहल का पुष्प-गुडहल के पुष्प को पीसकर लेप इस लेप को बालों में अच्छे से मलें, यह गंजापन को दूर करने का शक्ति रखता है, इसलिये इससे बालों का झड़ना निश्चित रूप से रूक जाता है । इसके नियमित उपयोग से बाल काले एवं घने होते हैं ।
- नींबू रस एवं आँवले का लेप-एक नींबू का रस, दो चम्मच पानी चार चम्मच पिसा हुआ आँवला मिलाकर एक लेप तैयार कर लें, यदि पेस्ट न बनें तो पानी और मिला दें, इसे एक घंटा भीगने दें, फिर सिरपर लेप करें । एक घंटे बाल सिर धोयें । साबुन शैम्पू का प्रयोग न करें । बाल धोते समय यह विशेषा ध्यान रखें कि इस लेप का पानी आँखों में न पड़े । हर चौथे दिन यह प्रयोग दुहरायें । ऐसा करने कुछ ही माह में बाल काले, लंबे एवं घने हो जाते हैं ।
- आँवला पानी- सूखे आँवलें को रात भर भींगने के छोड़ दे, सुबह इसी पानी से बाल को धोयें, इस से बालों का जड़ मजबूत होता है, बालों का झड़ना रूक जाता है एवं बाल काले, लंबे एवं घने होते हैं ।
- आम का लेप- कच्चे आम के छिलके हटाकर इसमें कुछ हरे मुलायम आम की पत्ती मिलाकर इसे अच्छे से पीसकर लेप बना लें । इस लेप को एक घंटे के लिये धूप में सूखा दे फिर इससे अपने बालों को धोयें । इससे बाल काले, लंबे एवं घने होते हैं ।
- प्याज का लेप-एक प्याज के छिलके को उतार कर इसे अच्छे से पीसकर इसका लेप तैयार कर लें । इस लेप को अपने बालों में लगायें कुछ सूख जाने के पष्चात अपने बालों को धोयें । ऐसा करने पर बाल काले, लंबे एवं घने हो जाते हैं ।
- केले का लेप- केले का लेप बनाने के लिये एक केले लेकर इसका छिलका उतार कर इसे मसल लें, इसमें 2 चम्मच दही और 2 चम्मच गुलाब जल मिलाकर अच्छे से मिला दें । इस लेप को अपने बालों पर नहाने के पहले लगा लें, कम से कम आधा घंटा इसे सूखने दें। सूखने के बाद अपने बालों को धोयें । इससे बाल काले, लंबे एवं घने होते हैं ।
- कनेर का जड़ एवं लौकी का लेप-कनेर की जड़ की छाल और लौकी दोनों को 10-10 ग्राम के अनुमान में गाय के दूध के साथ पीसकर लेप बना लें, इस लेप से बालों को धोयें । इससे से बालों का झड़ना रूक जाता है ।
- डेण्ड्रफ होने पर- डेण्ड्रफ बालों के झड़ने के एक बड़ा कारण है इसे रोकने के लिये ग्लिसरिन एवं गुलाबजल को बराबर-बराबर मात्रा में लेकर नहाने के पहले चेहरे पर, गले पर एवं माथे पर अच्छे से लेप कर लें, 5 मीनट इसे सुखने दें फिर दही अथवा मही से बाल धोते हुये स्नान करें इससे डेण्ड्रफ का रोकथाम होता और बालों का झड़ना रूक जाता है ।
- जुओं के लिये-जुओं को समाप्त करने के लिये नींबू का रस एवं अदरक के रस को बराबर-बराबर मात्रा में लेकर बालों के जड़ों पर अच्छे से लगायें, रस लगाने एक घंटे बाद सिर धोयें । सिर धोने के बाद नींबू का रस एवं सरसों का तेल बराबर मात्रा में लेकर बालों में लगायें । ऐसा करने पर जुएँ समाप्त हो जाते हैं ।
उपरोक्त विधियों में जो विधि आपके अनुकूल हो उस विधि का प्रयोग करके आप अपने बालों को घने,काले एवं घने बना सकते हैं ।
-रमेश चौहान
स्रोत- विकिपिडिया, आयुर्वेद विशेषांक, कल्याण