जय जय जय गणराज प्रभु, जय गजबदन गणेश । विघ्न-हरण मंगल करण, हरें हमारे क्लेश।। गिरिजा नंदन प्रिय परम, महादेव के लाल । सोहे गजमुख आपके, तिलक किये हैं भाल ।। तीन भुवन अरू लोक के, एक आप अखिलेश । जय जय जय गणराज प्रभु…. मातु-पिता के आपने, परिक्रमा कर तीन । दिखा दियेे सब देेव को, कितने आप प्रवीन । मातुु धरा अरू नभ पिता, सबको दे संदेश ।। जय जय जय गणराज प्रभु…प्रथम पूज्य आप प्रभुु, वंदन बारम्बार । करें काज निर्विघ्न अब, पूूजन कर स्वीकार ।। श्रद्धा अरू विश्वास का, लाये भेट ‘रमेश‘ । जय जय जय गणराज प्रभु….
-रमेश चौहान
3 replies on “दोहा गीत-जय जय जय गणराज प्रभु”
🙏👌
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